Wednesday, 26 August 2015

Story-3 / कथा-3

Story-3 / कथा-3
आज की कविता
-- क्योंकि मैं कोई नहीं --
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मुझमें रहते हैं बहुत से लोग,
मैं कोई नहीं,
उनमें से ही कहता कोई एक,
मैं कोई नहीं ।
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The English translation of the above short poem:
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In 'me' reside many people,
I am no one,
And one among them asserts,
I am no one.
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